Thursday, March 31, 2011

Bikaner - The City of Joy Happiness and Religions पच्चीस साल पुरानी यादें हुई ताजा

पच्चीस साल पुरानी यादें हुई ताजा

बीकानेर। सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज पूरा परिसर दुल्हन की तरह सजा था। मेहमानों की अगवानी की जा रही थी।
अवसर था कॉलेज के बैच मीट का। समारोह में आए 23वीं बैच के 80 साथी साफे पहने एक-दूसरे से गले मिलकर यादें ताजा कर रहे थे। चिकित्सक अपनी पत्नी और बच्चों को कक्षा कक्ष व हॉस्टल के उन कमरों को दिखा रहे थे जहां उन्होंने पढ़ाई की। कई ने भाव वभोर हो कर कॉलेज की चौखट चूमी। चिकित्सक गुरूओं के पैर छुए।कुशल क्षेम पूछी। कॉलेज के प्रेक्षागृह में मुख्य समारोह के दौरान हंसी-मजाक का माहौल चलता रहा। तालियां और सीटियों की आवाजें सुनाई दे रही थी।
बैच मीट समारोह के मुख्य अतिथि इंडियन कौंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के प्रबंध निदेशक डॉ. वी.एम. खटोच ने कहा कि अनुसंधान के मामले में बीकानेर का मेडिकल कॉलेज अव्वल है। कॉलेज की तरफ से अनुसंधान का कोई भी प्रस्ताव भेजा जाएगा तो उसको प्राथमिकता के साथ मंजूर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से साथियों को मिलने का मौका मिलता है। आपसी स्नेह और भी मजबूत होता है।
विशिष्ट अतिथि राजस्थान स्वास्थ्य विश्वविद्यालय के कुलपति व मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजा बाबू पंवार ने कहा कि बीकानेर में दानदाताओं के सहयोग पी.बी.एम. अस्पताल का निरंतर विकास हो रहा है। अतिरिक्त प्राचार्य डॉ. के.सी. नायक ने कहा कि आज यहां के विद्यार्थी देश-विदेश में मरीजों की सेवा कर कॉलेज का नाम रोशन कर रहे हैं। अस्पताल अधीक्षक डॉ. विनोद बिहाणी ने स्वागत भाषण दिया। आयोजन समिति के सचिव डॉ. ताराचंद सैनी ने बैच मीट का ब्यौरा प्रस्तुत किया। डॉ. सुकुमार कश्यप ने धन्यवाद ज्ञापित किया। डॉ. के.सी. माथुर ने आयोजन के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। इस मौके पर पचास गुरूजनों का सम्मान किया गया।

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